Report by manisha yadav
दुर्ग। कुख्यात अपराधी अमित जोश के एनकाउंटर के मामले में दुर्ग के एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने प्रेसवार्ता के माध्यम से पूरी घटना की जानकारी दी। एसपी ने बताया कि एनकाउंटर के दौरान पुलिस को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। पुलिस का सामना होते ही अमित ने पिस्टल निकालकर पुलिसकर्मियों पर फायरिंग कर दी, जिसमें एक गोली पुलिस वाहन को जा लगी। आत्मरक्षा में पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए अमित जोश को ढेर कर दिया।
चार महीने से फरार था अमित जोश, हत्या की कोशिश में था शामिल
एसपी ने बताया कि इस घटनाक्रम की शुरुआत चार महीने पहले 25-26 जून 2024 की रात हुई थी। ग्लोब चौक पर अमित जोश ने अपने साथियों के साथ मिलकर रमनदीप सिंह और उसके साथियों पर हमला कर दिया था। इस दौरान अमित ने हत्या की नियत से तीन राउंड फायरिंग की, जिसमें सुनील यादव और आदित्य सिंह घायल हो गए थे। इस मामले में थाना भिलाई नगर में अमित और उसके साथियों पर हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए राज्यों में दबिश दी थी और इनाम की घोषणा भी की थी।
पुलिस के नजदीक आते ही अमित ने की फायरिंग, जवाबी कार्रवाई में मारा गया
7 और 8 नवंबर को दुर्ग-भिलाई क्षेत्र में पुलिस ने व्यापक चेकिंग अभियान चलाया था। 8 नवंबर की शाम को पुलिस को अमित जोश जयंती स्टेडियम के पास दिखाई दिया, जिसे देखते ही वह जंगल की ओर भागने लगा। पुलिस ने तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी, और मौके पर एसीसीयू की टीम पहुंची। पुलिस वाहन को देखते ही अमित ने गोली चलानी शुरू कर दी। पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की, जिसमें अमित जोश मारा गया।
एफएसएल टीम और मजिस्ट्रेट की देखरेख में पूरी हुई कानूनी कार्रवाई
मुठभेड़ के बाद मौके पर एफएसएल टीम को बुलाया गया, और सभी साक्ष्य जुटाए गए। एक्जिक्यूटिव मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पंचनामा और डॉक्टरों की टीम द्वारा शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पुलिस द्वारा घटना में अपराध और मर्ग कायम कर कानूनी कार्रवाई पूरी की जा रही है।
पुलिस टीम का उत्साहवर्धन
इस एनकाउंटर में शामिल पुलिस टीम के उत्साहवर्धन के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने सराहना की। एसपी ने इस अभियान में शामिल सभी अधिकारियों और जवानों के साहस की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस कार्रवाई से दुर्ग-भिलाई क्षेत्र में अपराधियों में डर का माहौल पैदा होगा।