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कांग्रेस नेताओं का धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण, किसानों से की मुलाकात

Report by manisha yadav

रायपुर। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी के दौरान किसानों को आ रही समस्याओं को लेकर कांग्रेस ने राज्यभर में “धान खरीदी केंद्र चलो अभियान” चलाया। इस अभियान के तहत प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों ने विभिन्न सोसायटियों का दौरा कर किसानों की समस्याओं की जानकारी ली और सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित किया।

बस्तर में दौरा: दीपक बैज
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने बस्तर के छापरभानपुरी, तरंजी, बरांजी, और टोकापाल के धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण किया। किसानों ने शिकायतें कीं कि   बारदाने की कमी के कारण धान बेचने में बाधा आ रही है। टोकन प्रणाली अव्यवहारिक है, जिससे कई किसानों की बारी नहीं आ रही। किसानों को कम दर (2300 रुपये/क्विंटल) पर भुगतान किया जा रहा है। तौल में गड़बड़ी के कारण 1.5-2.5 किलोग्राम अधिक तौला जा रहा है। जगह की कमी के कारण धान के बोरे जाम हो रहे हैं।

खरोरा में भूपेश बघेल का निरीक्षण
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर जिले के माठ ग्राम में किसानों से मुलाकात की। किसानों ने बताया कि टोकन मिलने में देरी हो रही है, 15 दिन तक इंतजार करना पड़ रहा है। पूरा धान नहीं खरीदा जा रहा। बड़े किसान अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन नंबर नहीं आ रहा। सोसायटियों में स्थानाभाव के कारण धान का उठाव बाधित है।

अन्य क्षेत्रों का दौरा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने प्रदेशभर के धान खरीदी केंद्रों का दौरा किया। धनेन्द्र साहू और सत्यनारायण शर्मा ने धरसींवा में निरीक्षण कर तौल में गड़बड़ी और टोकन की समस्या उजागर की। टी.एस. सिंहदेव ने महासमुंद और बिलाईगढ़ में किसानों की शिकायतों पर ध्यान दिया। दुर्ग, भिलाई, कोरबा, जशपुर, रायगढ़, कांकेर सहित अन्य जिलों में कांग्रेस पदाधिकारियों ने केंद्रों का दौरा कर समस्याओं को संकलित किया।

मुख्य समस्याएं:
बारदाने की कमी। टोकन जारी करने में देरी। तौल में गड़बड़ी और नुकसान। सोसायटी में धान का उठाव बाधित होने से जगह की कमी। किसानों को उनके पूरे धान की खरीदी न होने की समस्या।

कांग्रेस का यह अभियान राज्य में धान खरीदी प्रक्रिया को सुधारने और किसानों की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के लिए चलाया गया है। कांग्रेस नेताओं ने सरकार से तत्काल कदम उठाने की मांग की है ताकि किसानों को राहत मिल सके।

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