Report by manisha yadav
रायपुर। केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की अध्यक्षता में पश्चिमी और मध्यवर्ती राज्यों तथा संघ राज्य क्षेत्रों के पर्यटन मंत्रियों का सम्मेलन गोवा के पणजी में आयोजित किया गया। इस सम्मेलन का उद्देश्य विभिन्न राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों में पर्यटन के विकास की संभावनाओं और चुनौतियों पर गहन चर्चा करना था।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप ने इस महत्वपूर्ण बैठक में भाग लिया। उन्होंने छत्तीसगढ़ में पर्यटन के विकास की दिशा में उठाए गए कदमों और आगामी योजनाओं पर प्रकाश डाला। कश्यप ने राज्य के प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक धरोहर और ऐतिहासिक स्थलों को पर्यटन के माध्यम से और अधिक प्रख्यात बनाने के लिए केंद्र से संसाधन और समर्थन की मांग की।
सम्मेलन में पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित स्थलों की पहचान, वैकल्पिक गंतव्यों का विकास, और निजी क्षेत्र के निवेश को आकर्षित करने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई। कश्यप ने छत्तीसगढ़ में पर्यटन के विस्तार के लिए केंद्र से नए संसाधनों और परियोजनाओं की स्वीकृति की अपेक्षाएँ भी व्यक्त कीं।
उन्होंने राज्य की आगामी 5 वर्षों की योजनाओं का भी विवरण प्रस्तुत किया, जिसमें पाँच शक्तिपीठों को जोड़ते हुए सर्किट का विकास, स्वदेश दर्शन योजना के तहत बिलासपुर और जगदलपुर में पर्यटन स्थलों का विस्तार, तथा सूरजपुर जिले के माँ कुदरगढ़ी देवी स्थल का विकास शामिल है।
इस सम्मेलन में केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री सुरेश गोपी, राजस्थान की उप मुख्यमंत्री श्रीमती दीया कुमारी, गोवा के पर्यटन मंत्री रोहन खाउंते और मध्यप्रदेश के मंत्री धर्मेंद्र लोधी सहित अन्य पर्यटन मंत्री और अधिकारी भी शामिल थे।