Report by manisha yadav
रायपुर। प्रदेश में कथित तौर पर बिगड़ती कानून व्यवस्था और कवर्धा की घटना को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने शनिवार 21 सितंबर को छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया है।
कांग्रेस पार्टी द्वारा जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि कांग्रेस के नेताओं का प्रतिनिधिमंडल पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ कवर्धा के लोहारीडीह गया था। प्रतिनिधिमंडल में पूर्व अध्यक्ष धनेन्द्र साहू, पूर्व मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, पूर्व विधायक विकास उपाध्याय सहित वरिष्ठ नेता शामिल थे।
कांग्रेस के नेतागण पुलिस अभिरक्षा में मृत प्रशांत साहू की अंत्येष्टि में शामिल हुये तथा परिजनों से भी मिले। परिजनों ने पुलिस के मारपीट के कारण प्रशांत की मौत होने का आरोप लगाया।
लोहारीडीह घटना स्थल से लौटने के बाद प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने गृह मंत्री के जिले में घटना होने के चलते गृह मंत्री को बर्खास्त करने मुख्यमंत्री से मांग की। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था चरमराई है,
आम आदमी और सरकार में बैठे हुये लोगों के लिये अलग कानून है। लगातार हो रही अपराधिक घटनाओं को पुलिस रोक नहीं पा रही है। कांग्रेस ने सरकार के समक्ष ये मांगें रखी हैं :
0 हाईकोर्ट के सीटिंग जज से मामले की जांच कराई जाये।
0 कचरू साहू का दोबारा पोस्टमार्टम कराया जाये।
0 रेंगाखार थाने का सीसीटीवी फुटेज निकाला जाये।
कांग्रेस नेताओं ने अपने बयान में कहा कि सरकार और पुलिस चाहती तो घर जलाने की घटना को रोक सकती थी, पूरे प्रदेश में भय का माहौल है। कवर्धा के पूरे घटनाक्रम की हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच कराया जाय। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि प्रदेश में महिलाएं, बच्चे, युवा सुरक्षित नहीं है, कानून व्यवस्था बदहाल है। मुख्यमंत्री, गृह मंत्री को तत्काल बर्खास्त किया जाए।
कांग्रेस पार्टी ने इस कांड के विरोध में आगामी शनिवार 21 सितंबर को प्रदेश बंद का आह्वान किया है। पार्टी ने आरोप लगाया कि लोहारीडीह की घटना को दबाने का प्रयास किया था, मगर कांग्रेस की सजगता से मामले को नहीं दबा पाए।
इसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गंभीर आरोप लगाते हुए मांग किया कि डॉक्टर की टीम बनाकर फिर से शिवकुमार का पीएम किया जाए। थाने का सीसीटीवी फुटेज जब्त किया जाए, बंद कैदियों की पिटाई की गई है, इसलिए उनसे परिजनों को मिलने नहीं दिया जा रहा है। पिटाई से ही एक युवक की मौत हो गई, इस मामले में एसपी को बर्खास्त किया जाए।