Report by manisha yadav
छत्तीसगढ़ के कोरबा पोड़ी उपरोड़ा स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका हॉस्टल से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, यहां 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक नाबालिग छात्रा ने हॉस्टल परिसर में ही एक बच्ची को जन्म दिया इस घटना ने न केवल शिक्षा विभाग बल्कि प्रशासन की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मामला तब उजागर हुआ जब हॉस्टल अधीक्षिका को बीती रात छात्रा के कमरे से संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली अधीक्षिका ने जब छात्रा से पूछताछ की तो उसने अपनी संतान होने से इनकार कर दिया, गंभीरता को देखते हुए छात्रा के माता-पिता को बुलाया गया छात्रा की मां ने भी गर्भवती होने की जानकारी नहीं होना बताया।
इस घटना ने शिक्षा विभाग और हॉस्टल प्रबंधन की लापरवाही को उजागर कर दिया है, यह सवाल उठता है कि आखिर हॉस्टल प्रशासन ने छात्राओं की नियमित स्वास्थ्य जांच क्यों नहीं कराई? नाबालिग छात्रा गर्भवती कैसे हुई? और इतनी बड़ी घटना महीनों तक छिपी कैसे रही?
घटना की जानकारी मिलने के बाद शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी हॉस्टल पहुंचे और जांच शुरू की हालांकि, इस मामले में अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है, स्थानीय लोगों और अभिभावकों का कहना है कि यह घटना प्रशासनिक लापरवाही का स्पष्ट उदाहरण है।
नाबालिग छात्रा के मां बनने की घटना ने कस्तूरबा हॉस्टल जैसे संस्थानों की सुरक्षा और निगरानी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन इस गंभीर मामले में क्या कदम उठाता है और दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है।