Report by manisha yadav
रायपुर, पुलिस लोगों की मदद के लिए हमेशा आगे रहती है। रायगढ़ जिले के थाना कापू अंतर्गत पहाड़ और जंगल के बीच बसा है ग्राम पारेमेर घुटरूपारा। इस गांव में बरसात के दिनों में चार पहिया वाहन का पहुंचना मुश्किल है। ऐसे में घुटरूपारा में एक गर्भवती महिला का दर्द उठना परिवार के लिए मुसीबत बन गया।
प्रसव पीड़ा शुरू होने के बाद परिवार के लोगों ने गर्भवती सुष्मिता 28 साल को अस्पताल तक पहुंचाने डायल 112 को मदद के लिए काल किया गया। कालर ने महिला को प्रसव पीड़ा होने की जानकारी दी। डायल 112 ड्यूटी में तैनात आरक्षक विपिन किशोर खलखो और ईआरवी वाहन चालक छोटू दास तुरंत रवाना हुए। गर्भवती महिला का घर नाला, पहाड़ी के उस पार और वाहन आवागमन के लिए रास्ता नहीं होने से आरक्षक प्रबल किशोर और वाहन चालक छोटू दास पैदल ही महिला के घर पहुंचे। गर्भवती महिला की स्थिति को देखकर बिना देरी किये आरक्षक प्रबल किशोर ने कावड़ से प्रसव पीड़ित महिला को वाहन तक ले जाने घरवालों को राजी किया और स्वयं एक युवक के साथ कांवर में महिला को उठाकर डायल 112 वाहन की ओर चल पड़ा। गर्भवती महिला को कांवर में लेकर जवान करीब 03 कि.मी. पहाड़ी नाला को पार कर डायल 112 के वाहन तक पहुंचा और वाहन में बिठाकर अस्पताल ले जा रहा था। रास्ते में गर्भवती को अत्यधिक पीड़ा होने से जवान ने सूझबूझ का परिचय देते हुए वाहन पेड़ की आड़ में खड़ा कराया, जहां मितानिन और महिला के परिजन ने बपर्दा गर्भवती महिला का सुरक्षित प्रसव कराया गया। जिसे डायल 112 वाहन से तत्काल नजदीकी शासकीय अस्पताल जमरगा में दाखिल किया गया जहां जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। स्थानीय लोगों ने ऐसी स्थिति में डायल 112 के त्वरित प्रतिक्रिया और सहायता के लिए पुलिस की सराहना की है।