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बालोद जिले में 143 धान उपार्जन केन्द्रों में समर्थन मूल्य पर की जाएगी धान की खरीदी

Report by manisha yadav

बालोद। बालोद जिले में राज्य शासन के निर्देशानुसार 14 नवंबर 2024 को 143 धान उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू की जाएगी। कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल के मार्गदर्शन में बालोद जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी हेतु जिले के धान उपार्जन केन्द्रों में सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि जिले में खरीफ वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी हेतु 01 लाख 54 हजार 144 किसानों ने पंजीयन कराया है। उन्होंने बताया कि धान विक्रय हेतु कुल 2842 किसानों को टोकन जारी किया गया है। जिसमें समिति द्वारा 212 टोकन और टोकन तुंहर दुआर अंतर्गत 2630 टोकन शामिल है। उन्होंने बताया कि जारी टोकन के द्वारा कुल 01 लाख 18 हजार 175 क्विंटल धान की खरीदी की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी पंजीकृत किसानों से शतप्रतिशत बॉयोमेट्रिक से की जाएगी। यदि किसान का अंगूठा मिलान नहीं करता है तो उनके द्वारा नियुक्त नामिनी के द्वारा धान का विक्रय किया जा सकेगा। उसके उपरांत भी यदि कोई समस्या आती है तो तीसरा विकल्प ट्रस्टेड पर्सन एवं चैथा विकल्प मोबाईल ऐप से ओटीपी के माध्यम से धान की खरीदी की जाएगी। इस तरह इस वर्ष किसानों को धान के विक्रय हेतु चार प्रकार की सुविधा दी गई है। शासन के निर्देशानुसार सीमांत एव लघु कृषको से 02 टोकन में एवं दीर्घ किसानों से 03 टोकन में धान की खरीदी की जाएगी। धान की खरीदी हेतु सभी उपार्जन केन्द्रों में नए जूट बारदाने प्रदाय किए गए हंै। साथ ही पुराने बारदाने नियमित रूप से उपार्जन केन्द्रों में भेजी जा रही है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष धान की खरीदी शतप्रतिशत इलेक्ट्राॅनिक तराजू से की जाएगी।

जिला खाद्य अधिकारी ने पंजीकृत किसानों से अपील की है कि धान विक्रय हेतु टोकन कटाने के पूर्व भली-भांति देख लें कि वे यदि सीमांत या  लघु कृषक हैं तो उन्हें 02 ही बार टोकन धान विक्रय हेतु मिलेगा। उसी प्रकार दीर्घ कृषकों को 03 बार टोकन में ही उत्पादित धान का विक्रय करना होगा। उन्होंने बताया कि यदि किसान अपना उत्पादित धान विक्रय करने के पश्चात् शेष रकबा बचता है तो समिति को लिखित में सहमति पत्र दे सकते हैं, कि वे अब और धान नहीं बेचना चाहते हैं। किसी भी स्थिति में किसी व्यापारी, कोचिया या अन्य किसान का धान अपने पंजीयन के खाते में विक्रय न करें। जांच के दौरान ऐसी स्थिति पाए जाने पर संबंधित को कठिनाईयों का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने किसानों से अपील की है कि धान साफ-सुथरा एवं सुखाकर लाएं। यदि धान में कंकड़, पत्थर बदरा (औसत अच्छी किस्म का नहीं) होने से एवं 17 प्रतिशत से नमी अधिक होने पर धान की खरीदी नहीं हो सकेगी। 

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