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राशन दुकान की जांच के दौरान टीम से संचालक ने की बदतमीजी , छह माह बाद भी किसी तरहा की कोई कार्रवाई नहीं

रायपुर। राजधानी रायपुर के कोटा स्थित राशन दुकान 441001007 सिद्धि पीठ खल्लारी महिला स्वसहायता समूह में तीन साल पहले चावल व शक्कर वितरण में गड़बड़ी किए जाने की शिकायत मिली थी, जिस पर खाद्य विभाग ने जांच टीम बनाई थी, लेकिन टीम जब जांच करने दुकान पहुंची, तो उसके संचालक ने अधिकारियों के साथ गाली-गलौज कर हिंसा का रवैया अपनाया। इसके कारण जांच किए बिना ही टीम लौट आई थी। इस घटना के बाद अधिकारियों ने दुकान संचालक के खिलाफ विभाग के संचालक से भी शिकायत की थी, लेकिन इस शिकायत के बाद न ही दुकानदार के खिलाफ कोई एक्शन लिया गया और न ही खाद्यान्न गड़बड़ी की जांच की गई।

राशन दुकान की जांच के दौरान टीम से संचालक ने की बदतमीजी , छह माह बाद भी किसी तरहा की कोई कार्रवाई नहीं

इधर माहभर पूर्व जिला खाद्य नियंत्रक का पदभार संभालने के बाद भूपेंद्र मिश्रा के संज्ञान में जब यह मामला आया, तो उन्होंने तत्काल इसकी जानकारी अपर कलेक्टर को दी। इसके बाद अपर कलेक्टर ने विभाग के संचालक को पत्र लिखकर इससे संबंधित फाइल प्रशासन को उपलब्ध कराए जाने की मांग की है। फाइल आने के बाद इस मामले में आगे कार्रवाई की जाएगी।

जांच अधिकारियों के बयान व कार्रवाई की रिपोर्ट मंगाई गई

खाद्य विभाग के अपर कलेक्टर कीर्तिमान सिंह राठौर ने इस मामले में खाद्य विभाग के संचालक को 5 जुलाई को पत्र लिखा है, जिसमें जांच टीम की कार्रवाई और अधिकारियों के बयान की रिपोर्ट प्रशासन को उपलब्ध कराने की मांग की गई है। जांच टीम की इस रिपोर्ट के आधार पर प्रशासन अब इस मामले में आगे की कार्रवाई करेगा।

शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने पर एफआईआर दर्ज कराने के दिए गए थे निर्देश

जांच टीम के अधिकारियों के साथ दुकान संचालक द्वारा गाली-गलौज कर हिंसा का रवैया अपनाया गया था। इसके कारण जांच किए बिना ही टीम लौट आई थी। इस मामले की शिकायत पर विभाग की ओर से निर्देश जारी किए गए थे कि दुकान संचालक पर शासकीय कार्य में बांधा पहुंचाने पर एफआईआर दर्ज कराई जाए, लेकिन जिला विभाग के कुछ अधिकारियों ने दुकान संचालक को बचाने के लिए न ही एफआईआर कराई और न ही जांच होने दी। इसके बाद से इस मामले की फाइल डंप पड़ी हुई है।

जनवरी 2022 का मामला

राशन दुकान संचालक मधुसूदन मिश्रा के खिलाफ जनवरी 2022 में जिला खाद्य विभाग के पास शिकायत आई थी। इस शिकायत में एपीएल चावल की कालाबाजारी, केरोसिन वितरण नहीं करने, प्रधानमंत्री कल्याण कोष का चावल कम वितरण करने, शक्कर 20 प्रति किलो में कार्डधारियों को देने आदि शिकायत की गई थी। इस शिकायत पर फरवरी 2022 में जांच टीम गठित की गई थी। इस टीम में पहले संयुक्त संचालक दयामणि मिंज, सहायक संचालक सीमा अग्रवाल, सचिन मरकाम व प्रतिभा राठिया को शामिल किया गया था। इनमें दयामणि मिंज, प्रतिभा राठिया का स्थानांतरण होने के कारण उनकी जगह अपर संचालक जीएस पैकरा, व खाद्य निरीक्षक आस्था गौतम को शामिल किया गया था।

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