Report by manisha yadav
छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध साहित्यकार मेहतर राम साहू जी के स्मृति में परंपरा अनुसार लगातार 15 वाँ सुरता सम्मान समारोह का आयोजन आगामी 25 दिसंबर को माता चंडी मंदिर घुंचापाली में अपरान्ह 2 बजे से आयोजित हुवा। सर्वप्रथम माँ सरस्वती की पूजन अर्चन अतिथियों द्वारा किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार रामेश्वर शर्मा,कार्यक्रम अध्यक्षता ऋतुराज साहू रायपुर एवम विशिष्ट अतिथि राजकुमार अग्रवाल राजू कोमाखान रहे।उपस्थित सभी अतिथियों व साहित्यकारों का स्वागत-सम्मान किया गया।
मुख्य अतिथि रामेश्वर शर्मा जी अपने उद्बोधन में साहित्य संदेश बागबाहरा के उक्त आयोजन जो पिछले 15 वर्षों से निरन्तरता बनाये हुए है की प्रसंशा की। उन्होंने कहा साहित्य और कला की कोई जाति नही होती ,वह अपने आप मे एक परिवार है।जो भाषा और कला-संस्कृति के लिए काम करता है उसकी जाति एक ही है।मेहतर राम साहू जी साहित्य और कला के प्रति जीवन पर्यंत काम किये,उनके योगदान को विस्मृत नही किया जा सकता,उनकी रचनाएं,उनकी कलम 1952 से 2010 तक अनवरत साहित्य साधना में लीन रही ,कह सकते हैं वे भी साहित्य के संत हैं,ऐसे संतो के योगदान को जीवंत बनाये रखना समाज की जिम्मेदारी है।
कार्यक्रम अध्यक्ष ऋतुराज साहू अध्यक्ष एम ए छत्तीसगढ़ी छात्रसंघ ने मुखरता से इस बात पर बल दिया,की हमारे पुरखा साहित्यकारों को इसी तरह ,मान देना होगा,उनकी रचनाओं को पाठ्यक्रमो में स्थान मिले ,उनके व्यक्तित्व-कृतित्व पर चर्चा हो,ताकि आने वाली पीढ़ी उनसे सीख ले सके। अपने आसपास अथवा छत्तीसगढ़ के विद्यालय ,भवनों का नामकरण ऐसे साहित्य-कला अथवा जनसेवा से जुड़े दिवंगत रत्नों के नाम पर होने चाहिए,तभी वह सही मायने में उनके योगदान की सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
उद्बोधन पश्चात इस वर्ष का मेहतर राम साहू सम्मान युवा गीतकार व छत्तीसगढ़ महतारी की चित्रकारी कर वाइरल होने वाले ईश्वर साहू बंधी रायपुर को संस्था द्वारा प्रदान किया गया। इसी क्रम में हरिकृष्ण श्रीवास्तव सम्मान रायपुर के शायर जनाब जावेद नदीम को प्रदान किया गया।
सुरता आयोजन का मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ी भाखा-साहित्य,कला-संस्कृति पर कार्य करने वाले रत्नों को सम्मानित कर मनोबल बढ़ाना है।
सुरता आयोजन में छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध साहित्यकार रामेश्वर शर्मा रायपुर, अशोक शर्मा महासमुंद,बंधु राजेश्वर खरे ,जावेद नदीम रायपुर,प्रवीण प्रवाह पिथौरा ,पूरन जायसवाल ,मिनेश साहू गंडई ,जितेंद्र सुकुमार साहिर राजिम,बंटी छत्तीसगढ़िया व क्षेत्रीय कविगण अपनी रचनाओं का पाठ कर ,खूब वाहवाही बटोरी।
संचालन डॉ विकास अग्रवाल व अजय अटपटू बागबाहरा ने किया।
उक्त आयोजन में डॉ अरुण शुक्ला, पीयूष कुमार ,शैलेश साहू,रामशरण साहू ,जसवंत भारती, हबीब खान समर,डिगेश्वर साहू,अनुराग द्विवेदी ,राजा खान,धनराज साहू व संस्था के अन्य सहयोगियों द्वारा सफल बनाया गया।संस्था द्वारा माता चंडी मंदिर समिति का आभार व्यक्त किया गया,जिन्होंने निशुल्क स्थान मुहैय्या कर साहित्य-कला के प्रति उदारता दिखाई।