Report by manisha yadav
टाटा संस के मानद चेयरमैन पद्म विभूषण रतन टाटा हमारे बीच नहीं रहे। देश के उद्योग जगत के सबसे नायाब ‘रतन’ यानी रतन टाटा ने उम्र से जुड़ी बीमारी के बाद बुधवार देर रात (9 अक्टूबर 2024) 86 वर्ष की उम्र में मुंबई में अंतिम सांस ली। टाटा का पार्थिव शरीर नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (NCPA) में रखा गया है। यहां लोग शाम 4 बजे तक अंतिम दर्शन कर सकेंगे। शाम को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
यहां सर्व धर्म प्रार्थना हो रही है। सिख समुदाय की तरफ से प्रार्थना हो रही है. सिख धर्मगुरु अरदास प्रार्थना कर रहे हैं। हिंदू धर्म गुरु, मुस्लिम धर्म गुरु भी उपस्थित हैं. सभी धर्म के गुरु बारी-बारी से शांति प्रार्थना पाठ कर रहे हैं।
रतन टाटा को भारत रत्न देने की मांग, शिवसेना नेता का CM शिंदे को पत्र
शिवसेना ने रतन टाटा को भारत रत्न देने की मांग की है. शिवसेना के नेता और सीएम शिंदे के करीबी राहुल कनाल ने सीएम को पत्र लिखकर ये मांग की है। उन्होंने कहा कि भारत रत्न के लिए राज्य सरकार रतन टाटा का नाम प्रस्तावित करे।
इस दुनिया ने एक दिलदार शख्स को खो दिया: अमेरिकी राजदूत गार्सेटी
भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने रतन टाटा के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि भारत और दुनिया ने एक दिलदार शख्स को खो दिया है। जब मुझे भारत में अमेरिकी राजदूत चुना गया था तो भारत से रतन टाटा ने ही सबसे पहले मुझे बधाई दी थी। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ साउदर्न कैलिफोर्निया के बोर्ड के सदस्य के तौर पर मेरे होमटाउन के लिए बहुत काम किया. उन्होंने इस दुनिया के लिए बहुत काम किया है।
भारत के बाहर भी प्रेरणादायक रहे हैं रतन टाटा: नेपाल के PM
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने रतन टाटा के निधन पर कहा कि उद्योग जगत के अनमोल रत्न रतन टाटा के निधन की खबर से दुखी हूं। बिजनेस और सामाजिक कार्यों में उनका दूरदर्शी नेतृत्व भारत के बाहर भी बहुत प्रभावकारी और प्रेरणादायक रहा है, इससे बहुत लोगों को प्रेरणा मिली।
फैली थी अफवाह
इससे पहले रतन टाटा का ब्लड प्रेशर कम होने के बाद सोमवार तड़के मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि, उन्होंने उन रिपोर्टों का खंडन किया जिसमें दावा किया गया था कि उनकी हालत गंभीर है और कहा कि उम्र और मेडिकल रिलेटिड कंडीशन के कारण उनका रुटीन चेकअप हो रहा है। उन्होंने अपने शुभचिंतकों को आश्वस्त किया कि चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट कर कहा कि मैं अपनी हेल्थ के संबंध में चल रही हालिया अफवाहों से अवगत हूं और सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सभी दावे निराधार हैं। रतन टाटा ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि उम्र की वजह से रुटीन चेकअप हो रहा है।
1990 से 2012 तक ग्रुप के चेयरमैन रहे
28 दिसंबर 1937 को जन्मे रतन टाटा टाटा ग्रुप के संस्थापक जमशेदजी टाटा के परपोते हैं। वह 1990 से 2012 तक ग्रुप के चेयरमैन थे और अक्टूबर 2016 से फरवरी 2017 तक अंतरिम चेयरमैन थे। रतन, टाटा ग्रुप के चैरिटेबल ट्रस्ट्स के प्रमुख थे।रतन ने अपनी विरासत को एक नए मुकाम पर पहुंचाया। उन्होंने एअर इंडिया को अपने एंपायर में शामिल किया। विदेशी कंपनी फोर्ड के लग्जरी कार ब्रांड लैंडरोवर और जगुआर को भी अपने पोर्टफोलियो में जोड़ा।
1937 में हुआ था रतन टाटा का जन्म
रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को हुआ था. उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा मुंबई के कैथेड्रल एंड जॉन कॉनन स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने अमेरिका की कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से आर्किटेक्चर और स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की। 1962 में टाटा समूह में शामिल होने से पहले रतन टाटा ने अमेरिका में कुछ समय तक काम किया। 1981 में उन्हें टाटा इंडस्ट्रीज का चेयरमैन बनाया गया। 1991 में जेआरडी टाटा के रिटायरमेंट के बाद रतन टाटा ने टाटा संस के चेयरमैन का पद संभाला।