विभिन्न वार्डों में पहुंचकर सुविधाओं का लिया जायज़ा
बिलासपुर । संभागायुक्त महादेव कावरे ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान, (सिम्स) बिलासपुर का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने सर्वप्रथम आपातकालीन विभाग, ट्राएज, एम.आर.डी., आयुष्मान कार्ड शाखा, परिजनों के शेड इत्यादि का निरीक्षण किया। एम.आर.डी. में पंजीयन की व्यवस्था, टोकन प्रदाय किये जाने. साफ-सफाई इत्यादि का सूक्ष्मता से निरीक्षण किया एवं पुरुष मेडिसीन वार्ड के निरीक्षण के दौरान मरीजों से चिकित्सकीय व्यवस्था, दवाईयों की उपलब्धता एवं चिकित्सालय से दिये जाने वाले भोजन की गुणवत्ता के बारे में जानकारी प्राप्त की। मरीजों के द्वारा उपरोक्त व्यवस्था को अच्छा एवं संतोषजनक बताया।
सिम्स के डीन डॉ. रमणेश मूर्ति, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. लखन सिंह, डॉ. भूपेन्द्र कश्यप नोडल अधिकारी सिम्स एवं प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष डॉ. अर्चना सिंह ने उन्हें चिकित्सालय का भ्रमण कराया। रेडियोलॉजी विभाग में एक्स-रे, सीटी स्केन, सोनोग्राफी मशीनों एवं एम.आर.आई. इत्यादि के संपादन व रिपोर्ट प्रदाय किये जाने की जानकारी ली एवं वहां उपस्थित मरीजों से भी उपलब्ध सुविधाओं के बारे में भी चर्चा की गई। मरीजों ने भी उपलब्ध सुविधाओं को संतोषजनक बताया। डॉ. अर्चना सिंह ने रेडियोलॉजी विभाग में प्रतिदिन यू.एस. जी. जांच 35-40, एक्सरे 210, सी.टी. स्केन 35-40 तथा एम.आर.आई. 10-12 जांच होना बताया।
सेम्पल कलेक्शन में मरीजों के सेम्पल लेने की प्रक्रिया को डॉ. प्रशांत निगम ने बताया। ब्लड बैंक में रक्तदान, संग्रहण एवं वर्तमान में उपलब्ध रक्त यूनिट की जानकारी दी गई। दंतरोग विभाग में ओ.पी.डी. तथा फैकल्टी से विभाग में किये जा रहे कार्यों की जानकारी ली गई। दंतरोग विभाग में 02 डेंटल चेयर एवं डेंटल टेक्नीशियन इत्यादि की आवश्यकता बताये जाने पर शीघ्र अनुमोदन प्रदान कर कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये। संभागायुक्त ने नियमित रूप से समय पर बायोमेट्रिक मशीन द्वारा उपस्थिति दर्ज कराने समस्त चिकित्सकों, अधिकारियों, कर्मचारियों को निर्देशित किया। कावरे ने गैस मेनीफोल्ड एवं अपशिष्ट प्रबंधन की वर्तमान व्यवस्था का भी अवलोकन किया।
अधिष्ठाता तथा चिकित्सा अधीक्षक द्वारा जानकारी दी गई कि सिम्स चिकित्सालय में वर्तमान में कुल 830 बेड संचालित है। अस्पताल में प्रतिदिन ओ.पी.डी. संख्या लगभग 2000, प्रतिदिन आई.पी.डी. संख्या-180 से 190 एवं बेड ऑक्यूपेन्सी 85 से 90 प्रतिशत रहती है। महाविद्यालय में अधिष्ठाता डॉ. रमणेश मूर्ति ने स्वशासी समिति के गठन, शैक्षणिक गतिविधियों एवं स्नातकोत्तर सीटों जैसे रेडियोडायग्नोसिस टी.बी. व चेस्ट, कम्युनिटी मेडिसीन, कान, नाक, गला रोग विभाग, निश्चेतना विभाग, शिशुरोग विभाग में वृद्धि हेतु आयुक्त के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।