रायपुर। मजदूरों के हित में सदैव आवाज उठाने वाले संगठन राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) की छत्तीसगढ़ की वर्तमान कार्यकारणी को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है। इंटक के छत्तीसगढ़ राज्य के इंटक और युवा इंटक की कार्यकारणी को भंग कर दिया है। कल नई दिल्ली में केन्द्रीय पदाधिकारियों की आपात बैठक में प्रदेश की कार्यकारणी को लेकर गंभीर चर्चा हुई। सूत्रों ने बताया कि राज्य में कार्यरत इंटक संगठन के कार्यप्रणाली और कुछ जिम्मेदारों के विरुद्ध कई गंभीर अनियमितता के आरोप राष्ट्रीय कार्यकारणी को समय-समय पर मिलते रहे हैं।
संगठन की छवि को धूमिल करने वालों पर होगी कार्यवाही
केन्द्रीय पदाधिकारियों ने छत्तीसगढ़ की कार्यकारणी के संबंध में संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष महोदय को अवगत कराया कि प्रदेश कार्यकारणी निष्क्रिय हो गई है। संगठन का मुख्य उद्देश्य मजदूरों के हित के लिए किसी भी प्रकार का कार्य नहीं किया जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह बैस की ओर से लगातार मनमानी कर संगठन के उच्च पदाधिकारियों की उपेक्षा कर रहे हैं और संगठन की छवि धूमिल कर रहे हैं, तो कुछ स्वयंभू इंटक के प्रदेश प्रभारी बने घूम रहे हैं। यह सब ज्ञात होने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष ने तत्काल प्रभाव से छत्तीसगढ़ की सम्पूर्ण कार्यकारणी को भंग करने का निर्णय लिया। राकेश सिंह बैस को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। साथ ही आदेश यह भी जारी किया गया है कि कोई व्यक्ति स्वयंभू इंटक का पदाधिकारी बनके संगठन की छवि को धूमिल करने का कार्य करता है तो उसके खिलाफ तत्काल कार्यवाही की जाएगी। यह जानकारी इंटक के राष्ट्रीय सचिव और छत्तीसगढ़ प्रभारी गोपाल कृष्ण त्रिपाठी ने दी।