Report by manisha yadav
रायपुर । केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) से स्लम बस्तियां अब विकसित कॉलोनी का रूप ले रही हैं। अम्बिकापुर के खालपारा एवं झंझटपारा की स्लम बस्तियों को एक नया स्वरूप मिला है। पहले जहां झुग्गी झोपड़ियां और कच्चे मकान थे, वहां अब पक्की छत वाले मकान बन गए हैं। यह योजना गरीब परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है, जो पहले कच्चे मकानों में रहते थे और बारिश के दिनों में बहुत परेशानी का सामना करते थे। वे अब सारी परेशानियों से दूर अब पक्के मकानों में निवासरत् है।
इस योजना के तहत खालपारा और झंझटपारा के स्लम बस्तियों में 112 आवास स्वीकृत हुए थे, जिसमें से 95 आवास बनकर पूर्ण हो चुके हैं और शेष 17 आवास निर्माणाधीन हैं। लाभान्वित हितग्राहियों ने बताया कि यह योजना उनके लिए बहुत मददगार साबित हुई है, क्योंकि वे पहले पक्का मकान बनाने में असमर्थ थे।
प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) का मुख्य उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में गरीब परिवारों को पक्के मकान प्रदान करना है। यह योजना 2015 में शुरू की गई थी और इसके तहत सभी पात्र शहरी परिवारों को पक्के घर प्रदान करना है। यह योजना महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देती है, क्योंकि पक्के मकानों का स्वामित्व महिला सदस्य के नाम पर या संयुक्त नाम से किया जा सकता है।
गौरतलब है कि केन्द्र सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) एक महत्वाकांक्षी योजना है, जो शहरी क्षेत्रों में गरीब परिवारों को पक्के मकान प्रदान करने के लिए शुरू की गई है। यह योजना न केवल लाभान्वित परिवारों को सुरक्षित और स्वस्थ जीवन प्रदान करती है, बल्कि यह महिला सशक्तीकरण को भी बढ़ावा देती है। इस योजना के तहत लाभान्वित परिवारों को कई सुविधाएं प्रदान की जाती हैं, जिनमें शामिल हैं। लाभान्वित परिवारों को पक्के मकान प्रदान किए जाते हैं, जो उन्हें सुरक्षित और स्वस्थ जीवन प्रदान करते हैं। पक्के मकानों में बुनियादी सुविधाएं जैसे कि शौचालय, पानी की आपूर्ति, बिजली और रसोईघर प्रदान किए जाते हैं। लाभान्वित परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, जिससे उनका जीवन स्तर बेहतर हो सके।