Report by manisha yadav
रायपुर। छत्तीसगढ़ ने “टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान” में पूरे देश में पहला स्थान हासिल किया है। यह राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में हुई बड़ी उपलब्धियों में से एक है। इस अभियान का उद्देश्य राज्य के ग्रामीण इलाकों में तपेदिक (टीबी) को जड़ से समाप्त करना और नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना है। छत्तीसगढ़ सरकार ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं को लागू किया, जिनमें नियमित स्वास्थ्य जांच, दवा वितरण, जन-जागरूकता अभियान और बेहतर चिकित्सा सुविधाएं शामिल हैं। इस पहल के चलते राज्य के कई गाँवों को टीबी मुक्त घोषित किया गया है।
जनसहयोग और सरकारी नीतियों की बड़ी भूमिका
इस सफलता के पीछे सरकारी योजनाओं के साथ-साथ समाजसेवी संगठनों, स्वास्थ्य कर्मियों और आम जनता
का भी अहम योगदान रहा। अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम चलाए गए और टीबी मरीजों की पहचान कर समय पर इलाज सुनिश्चित किया गया।
प्रधानमंत्री और नेताओं ने दी बधाई
इस उपलब्धि को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नेताओं ने छत्तीसगढ़ की जनता और स्वास्थ्य विभाग को बधाई दी है। अभियान में राज्य की भागीदारी को देखते हुए इसे पूरे देश में एक मॉडल के रूप में अपनाने की बात भी कही जा रही है।
अगला लक्ष्य-टीबी मुक्त भारत
अब सरकार का अगला लक्ष्य पूरे देश को टीबी मुक्त बनाना है। इस दिशा में केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर काम कर रही हैं, ताकि “टीबी हारेगा, देश जीतेगा” मिशन को सफल बनाया जा सके।