Report by manisha yadav
चीनी गुब्बारे को मार गिराने के बाद से अमेरिका लगातार देश के खिलाफ कड़े कदम उठा रहा है। हाल ही में बाइडेन प्रशासन ने चीन के खिलाफ सख्त एक्शन लेते हुए 6 चीनी कंपनियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया। ये सभी कंपनियां विमानन और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में काम करती हैं। बाइडेन प्रशासन के वाणिज्य विभाग ने अपनी लिस्ट में 5 चीनी कंपनियों और एक रिसर्च सेंटर को ब्लैकलिस्ट किया है। इन कंपनियों के अमेरिकी लाइसेंस को रद्द कर दिया गया है।
समाचार एजेंसी ने बताया कि न्यू यॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, उद्योग और सुरक्षा के लिए वाणिज्य के अंडरसेक्रेटरी एलन एस्टेवेज ने कहा कि कार्रवाई सीधे चीनी सरकार के जासूसी गुब्बारे के प्रतिक्रिया के रूप में की गई है। उन्होंने कहा, “आज की कार्रवाई स्पष्ट करती है कि अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता को नुकसान पहुंचाने वाली संस्थाओं को अमेरिकी प्रौद्योगिकियों तक पहुंचने से रोक दिया जाएगा।”
एस्टेवेज ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना उच्च ऊंचाई वाले गुब्बारों का उपयोग हमारी संप्रभुता का उल्लंघन करता है और अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है।”
इन 6 कंपनियों को किया ब्लैकलिस्ट
अमेरिकी प्रशासन ने 6 कंपनियों में बीजिंग नानजियांग एयरोस्पेस टेक्नोलॉजी कंपनी; चीन इलेक्ट्रॉनिक्स प्रौद्योगिकी समूह निगम 48वां रिसर्च संस्थान; और डोंगगुआन लिंगकोंग रिमोट सेंसिंग टेक्नोलॉजी कंपनी के साथ अन्य तीन ईगल्स मेन एविएशन साइंस एंड टेक्नोलॉजी ग्रुप कंपनी, गुआंगजौ शांक्सी ईगल्स मेन एविएशन साइंस एंड टेक्नोलॉजी ग्रुप कंपनी शामिल हैं, जिन पर प्रतिबंध लगाया है।
इससे पहले बाइडेन प्रशासन के इस कार्रवाई से पहले अमेरिकी सरकार ने मुख्य रूप से राजनयिक चैनलों के माध्यम से अपना विरोध दर्ज किया है, जिसमें विदेश मंत्री के बीजिंग की यात्रा को रद्द करना भी शामिल है।
अमेरिका ने मार गिराया चीनी जासूसी गुब्बारा
अमेरिका (US) में संदिग्ध चीनी जासूसी गुब्बारे के देखे जाने के बाद से देश में खलबली मची हुई थी। इसी बीच शुक्रवार को अमेरिकी वायु सेना ने संदिग्ध गुब्बारे को मार गिराया। US एयरफोर्स के लड़ाकू विमानों ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। इस एक्शन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें गुब्बारे को जमीन पर गिरते देखा जा सकता है। जिस समय गुब्बारे को नीचे गिराया गया, उस समय वह कैरोलिना तट पर मर्टल बीच पर उड़ रहा था।
चीन ने माना है कि, यह गुब्बारा उसी का है, लेकिन यह किसी भी तरह की जासूसी नहीं कर रहा था, बल्कि हवा के दबाव के कारण अपना रास्ता भटक गया था। यह गुब्बारा मौसम की जानकारी ले रहा था। आसमान में रास्ता भटक जाने के कारण यह अमेरिकी वायु सीमा में पहुंच गया था।
इस बीच, शुक्रवार को अमेरिकी सरकार ने अलास्का के पास एक और अज्ञात वस्तु को मार गिराया। यह स्पष्ट नहीं था कि इसके लिए कौन सा देश या कंपनी जिम्मेदार थी।