नई दिल्ली. दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के दूसरे सबसे बड़े नेता मनीष सिसोदिया की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। शराब घोटाले में गिरफ्तार सिसोदिया को एक सप्ताह से सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) के सवालों का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी बार सीबीआई को मिली दो दिन की रिमांड पूरी होने के बाद सोमवार को सिसोदिया को राउज ऐवेन्यू कोर्ट में पेश किया जाएगा। जांच एजेंसी एक बार फिर ‘आप’ नेता की रिमांड बढ़ाने की मांग कर सकती है तो सिसोदिया के वकील राहत के लिए दलील देंगे। कोर्ट ने सीबीआई की मांग स्वीकार नहीं की तो भी सिसोदिया अभी बाहर नहीं निकल पाएंगे। उनकी जमानत याचिका पर 10 मार्च को सुनवाई होगी। ऐसे में पूर्व आबकारी मंत्री को या तो तिहाड़ में होली मनानी पड़ सकती है या फिर सीबीआई के सवाल उनपर अभी और बरसेंगे।
शराब घोटाले में आरोपी बनाए गए 51 वर्षीय मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने 28 फरवरी को लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। कोर्ट ने अगले दिन उन्हें 5 दिन की सीबीआई रिमांड पर भेज दिया था। इसके बाद 4 मार्च को एक बार कोर्ट ने कस्टडी को दो दिन के लिए बढ़ा दिया था। सिसोदिया पर आरोप है कि उन्होंने आबकारी मंत्री रहते हुए शराब कारोबारियों को फायदा पहुंचाने के लिए गलत तरीके से नियमों में बदलाव किए। शराब कारोबारियों का प्रॉफिट मार्जिन बढ़ाया गया और बदले में उनसे 100 करोड़ रुपए की रिश्वत ली गई।