Report by manisha yadav
जोहान्सबर्ग। दक्षिण अफ्रीका में बिजली संकट को देखते हुए ‘आपदा की स्थिति’ घोषित कर दिया गया है. राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने केप टाउन में अपने वार्षिक ‘स्टेट ऑफ द नेशन’ (एसओटीएन) संबोधन के दौरान यह घोषणा की. कोविड-19 संकट के कारण देश में ‘आपदा की स्थिति’ को हटाए जाने के 10 महीने बाद यह घोषणा की गई है.
राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने ‘आपदा की स्थिति’ की घोषणा करते हुए कहा कि इस मामले से अधिक प्रभावी ढंग से और तत्काल निपटने के लिए एक बिजली मंत्री नियुक्त किया जाएगा. उन्होंने कहा कि नए मंत्री राष्ट्रीय ऊर्जा संकट समिति समेत बिजली संकट प्रतिक्रिया के सभी पहलुओं की देखरेख की पूरी जिम्मेदारी संभालेंगे.
राष्ट्रपति ने कहा कि ऊर्जा संकट हमारी अर्थव्यवस्था और सामाजिक ताने-बाने के लिए एक संभावित खतरा है. हमें इन उपायों को लागू करने में कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए और हमें कोई देरी नहीं होने देनी चाहिए. उन्होंने स्थिति को लेकर संसद में कहा कि हमारे देश ने कई महीनों तक बिजली की भारी कमी का सामना किया है, जिससे हमारी अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हुआ है.
रामाफौसा के मुताबिक, “आपदा की स्थिति” लागू करने से सरकार अस्पतालों और जल उपचार संयंत्रों जैसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को लोड शेडिंग से मुक्त करने में सक्षम होगी. उन्होंने बताया देश के बड़े हिस्सों में पानी की आपूर्ति की भी समस्या है.