Report by manisha yadav
पश्चिम विहार वेस्ट इलाके में स्कूटी सवार महिला की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना सोमवार रात की है। मौके से स्कूटी गायब होने की वजह से वारदात के पीछे लूटपाट की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल पुलिस ने हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार 32 वर्षीय ज्योति पति दीपक और तीन बच्चों के साथ बपरौला में रहती थी। दीपक प्लास्टिक दाने से जुड़ा का काम करता है जबकि ज्योति आनलाइन कम्पनी में सामान डिलवरी काम करती है। बताया जाता है कि वह सोमवार को मीरा बाग इलाके में स्कूटी खड़ी कर सामान डिलवरी करने गई थी। वह लौट कर आई और स्कूटी से कुछ ही दूरी पर गईथी तभी उसके पेट में किसी ने गोली मार दी।
लूटपाट की आशंका
स्थानीय लोगों ने पास के सहगल अस्पताल में ज्योति को भर्ती कराया लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस को मौके से स्कूटी भी गायब मिली जिसके आधार पर लूटपाट की भी आशंका व्यक्त की जा रही है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। जांच से जुड़े पुलिस अधिकारी ने बताया कि मौके के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खँगाला जा रहा है। लेकिन अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।
एक माह पहले ही शुरू किया था काम
परिजनों ने बताया कि ज्योति ने एक माह पहले ही फ्लिपकार्ट कम्पनी की डिलवरी से जुड़ा काम शुरू किया था। वह सुबह से लेकर रात तक स्कूटी से सामान की डिलवरी करने का काम करती थी। दरअसल, परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से ज्योति ने यह काम शुरू किया था।
शाम पांच बजे आने को कहा था
जांच में मालूम हुआ कि ज्योति ने घर पर अपनी बड़ी बेटी को फोन कर कहा कि वह पांच बजे घर पहुंच जाएगी। इसलिए उसने अपने बेटी को चाय बनाने को कहा था। लेकिन समय बीत जाने के बाद भी ज्योति नहीं आई और कोई सूचना भी नहीं दी। इस बीच करीब आठ बजे पुलिस ने दीपक को फोन कर हत्या की सूचना दी। जांच से जुड़े वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि ज्योति किस वजह से घर नहीं गई इसकी भी छानबीन की जा रही है। साथ ही हत्या और ज्योति के घर लौटने की देरी के बीच के भी संबंधों को खँगाला जा रहा है।
बच्चों के पालन पोषण का संकट
दीपक और ज्योति की दो बेटियां और एक बेटा है। वह अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए पति के साथ खुद भी मेहनत कर रही थी। बच्चे भी शाम को मां का इंतजार कर रहे थे। लेकिन देर रात मौत की सूचना मिली। अब इन बच्चों के पालन पोषण का संकट खड़ा होगया है। फिलहाल दीपक इन बच्चों को किसी तरह से संभाल रहा है।