Report by manisha yadav
बीजापुर:– कलेक्टर तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग के मार्गदर्शन में जिले में 10 मई अक्षय तृतीय के अवसर पर बाल विवाह को रोकने और बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए बाल विवाह रोकथाम हेतु पखवाडा का आयोजन किया जा रहा है। यह पखवाड़ा 25 अप्रैल से 10 मई तक चलेगा।
इस अभियान के अंतर्गत, बाल विवाह को रोकने के लिए प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी उद्देश्य से बीजापुर जिले में अक्षय तृतीया जिसे हम अक्षय तृतीय के रूप में जानते हैं, हिंदू पर्व जो सदियों से मनाया जाता रहा है। इस दिन बाल विवाह होने की काफी संभावना होती है। इस अवसर पर हम एक सकारात्मक संदेश के रूप में बीजापुर जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने के प्रयासों का समर्थन करते हैं। पखवाड़े में शामिल होने वाले कार्यक्रमों में रैली, दीवारों पर नारा लेखन, हाट बाजारों तथा भीड़-भाड़ वाले स्थानों में बाल विवाह के दुष्परिणामों के विषय में बिजादूतीर स्वयंसेवकों द्वारा लोगों को जागरूक किया जा रहा है। बाल विवाह के दुष्परिणाम समाज के लिए एक महत्वपूर्ण समस्या है। जो बच्चों के अधिकारों को उचित रूप से नुकसान पहुंचाती है, बल्कि समाज की सामूहिक विकास को भी विघटित करती है।
पखवाड़ा के पहले दिन जिले में नारा लेखन के माध्यम से तथा सामुदायिक बैठक में माध्यम से बाल विवाह के दुष्परिणाम , शादी के लिए सही उम्र तथा किशोर बालक बालिकाओ को बाल संरक्षण तंत्र से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि जिले में बाल विवाह को पूर्णतः समाप्त किया जा सके। बाल विवाह सम्बन्धि कोई भी सूचना प्राप्त होने पर तत्काल महिला एवं बाल विकास विभाग या निकटतम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्कूल के शिक्षक, सरपंच को दिया जा सकता है।